माता पिता से कुछ कहना चाहता हूँ :)
अगर कोई बाप अपने जीवन में बच्चों के प्रति मित्र की भांति संबंध स्थापित न कर सका उनका मित्र न बन सका तो आज मैं आप से कहता हूँ ऐसा पिता अधिक समय तक बच्चों के साथ न चल सकेगा ऐसे व्यक्ति को पिता कहलाने का कोई अधिकार नहीं ऐसा व्यक्ति पिता बनने योग्य नहीं
अगर किसी पिता को आने वाले समय में बच्चों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना हैं तो उसे खुद को बाप न समझकर बच्चों का एक अच्छा साथी बनना होगा मित्र बनना होगा जिससे बच्चा अपनी हर एक बात उनके साथ बांट सके उनसे सभी प्रकार की बातें कर सके बिना किसी लाज शर्म और जिझक के
जहां बाप और बेटे के बीच किसी प्रकार की कोई लाज, शर्म,डर, का कोई स्थान ही न हो एक पल को महसूस ही न हो कि कोई बाप अपने बेटे से बात कर रहा हैं या बेटा अपने बाप से तब आप देखेंगे बच्चा आपके प्रति अपार सम्मान के भाव से भर जाएगा
आपके प्रति आसानी से प्रेमपूर्ण हो सकेगा फिर स्वतः ही आपके प्रति आदर के भाव से भर जाएगा फिर आपको अपने बच्चों को शिस्टाचार सिखाने की कोई आवश्यकता न रह जाएगी फिर आपको उसे अपने प्रति सम्मान का भाव न सिखाना पड़ेगा ...
Saket 💕
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